Saturday, January 19, 2019

https://www.nayasavera13.com/blog/18/कुम्भ 2019 के मुख्य आकर्षण/पेशवाई (प्रवेशाई)/सांस्कृतिक संयोजन

कुम्भ 2019 के मुख्य आकर्षण

पेशवाई (प्रवेशाई)

कुम्भ के आयोजनों में पेशवाई का महत्वपूर्ण स्थान है। ‘‘पेशवाई’’ प्रवेशाई का देशज शब्द है जिसका अर्थ है शोभायात्रा जो विश्व भर से आने वाले लोगों का स्वागत कर कुम्भ मेले के आयोजन को सूचित करने के निमित्त निकाली जाती है। पेशवाई में साधु-सन्त अपनी टोलियों के साथ बड़े धूम-धाम से प्रदर्शन करते हुए कुम्भ में पहुँचते हैं। हाथी, घोड़ों, बग्घी, बैण्ड आदि के साथ निकलने वाली पेशवाई के स्वागत एवं दर्शन हेतु पेशवाई मार्ग के दोनों ओर भारी संख्या में श्रद्धालु एवं सेवादार खडे़ रहते हैं जो शोभायात्रा के ऊपर पुष्प वर्षा एवं नियत स्थलों पर माल्यापर्ण कर अखाड़ों का स्वागत करते हैं। अखाड़ों की पेशवाई एवं उनके स्वागत व दर्शन को खड़ी अपार भीड़ पूरे माहौल को रोमांच से भर देती है।
पेशवाई का मार्ग, तिथि, समय एवं दल में सदस्यों की अनुमानित संख्या पूर्व निर्धारित होती है, जिससे मेला प्रशासन एवं अन्य सेवा दल आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर सके।

सांस्कृतिक संयोजन

उत्तर प्रदेश राज्य सरकार एवं भारत सरकार ने भारत की समृद्ध व विभिधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत का निदर्शन कराने हेतु सभी राज्यों के संस्कृति विभागों को गतिशील किया है। कुंभ मेला, 2019 में पांच विशाल सांस्कृतिक पंडाल स्थापित किये जायेंगे। जिनमें जनवरी, 2019 में एवं आगे दैनिक आधार पर सांगीतिक प्रस्तुति से लेकर पारंपरिक एवं लोक नृत्य के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जायेगी। पंडालों के वर्गीकरण में गंगा पंडाल सभी पण्डालों से अधिक वृहदाकार होगा जिसमें सभी बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकेंगा। प्रवचन पण्डाल और 4 सम्मेलन केन्द्र जो उच्चतम गुणवत्ता की सुविधायें यथा मंच, प्रकाश और ध्वनि प्रसारण तंत्र के साथ आयोजन हेतु स्थापित किये जाने हैं जिसमें अखाड़ों की सहायता से विभिन्न आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकेगा। संस्कृतिक कार्यक्रमों एवं प्रस्तुतियों की समय सारिणी व कैलेण्डर हेतु इस वेबस्पेस पर नजर रखें।
मंच - 1 लोक एवं आदिवासी कलाकार अपनी मुग्घकारी सम्पादनो के माध्यम से दर्शकों का हृदय जीत लेने के लिये तैयार हैं। आकर्षक मंच विशेषतया सेक्टर 19 अप्रेल में निर्मित किये गये हैं जहां इन प्रतीभासम्पन्न भारतीय कलाकारों के प्रदर्शन कर अनन्द उठा सकते है। 10 जनवरी, 2019 से आरंभ होकर दिनांक 23 जनवरी 2019 तक लोग लगभग 600 से अधीक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द उठाने में समर्थ होंगे जहां लगभग 2000 कलाकार अपनी विशिष्ट शैली में अपनी कला का प्रर्दशन करेंगे। 
नोट : यह मंच निम्नलिखित तिथियों को बंद रहेंगीः 14-16 जनवरी, 2019 
2-11 फरवरी, 2019 
17-19 फरवरी, 2019 
मंच - 2 सौदंर्यपूर्व रीति में निर्मित बड़ा मंच 2 सेक्टर 19, अरैल में कला एवं शिल्प प्रेमियों के लिये कुम्भ मेला में एक अन्य स्थान है। संगीत नाटक अकादमी (एस.एन.ए) एवं एसपीआइसी एमएसीएवाई 10 जनवरी, 2019 से 5 मार्च, 2019 तक 40 से अधिक उर्जा सम्पन्न प्रदर्शन करते हुये दर्शकों का मनोरंजन करेंगी।
मंच - 3 शिल्प एवं कलाप्रेमी के लिये कुम्भ 2019 में बहुत से आकर्षक उपलब्ध हैं। अद्वितीय मंच 3 जापे प्रयागराज के अशोकनगर में निर्मित किया गया है, वही 100 से अधिक स्टालों से सुसज्जित होगा जहां दर्शक सुंदर हस्तशील्प की वस्तुयें विशेषतम सम्पूर्ण देश के शिल्पकारों के हस्तशील्प की खरीद सकतें है। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कलात्मक बोध की वृद्धि में योगदान करेंगे जो इसे 15 जनवरी से 4 मार्च 2019 तक कुम्भ मेला के दौरान अवश्य दर्शनीय स्थान बना देती है। 
नोट : यह मंच निम्नलिखित तिथियों को बंद रहेंगीः 14-16 जनवरी, 2019 
2-11 फरवरी, 2019 
17-19 फरवरी, 2019 

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